गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
प्यास भी एक समन्दर है / अली सरदार जाफ़री
95 bytes added
,
08:05, 6 नवम्बर 2009
{{KKRachna
|रचनाकार=अली सरदार जाफ़री
|संग्रह=मेरा सफ़र / अली सरदार जाफ़री
}}
{{KKCatNazm}}
<poem>
प्यास भी एक समन्दर है समन्दर की तरह
जिसमें हर दर्द की धार
और हर मौज
लपकती है किसी चाँद से चेहरे की तरफ़
<poem>
द्विजेन्द्र द्विज
Mover, Uploader
4,005
edits