भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
दो शब्द चित्र<br><br>
जादू जगाते हैं। <br><br>
लेकर उड़ीं- <br>
संयम हवाओं में, <br><br>
डोलती- <br>
काया गुलाबों की, <br>
जीवित हुई- <br>
जैसे किताबों की, <br><br>
खुशबू-घटा <br>
क्या नहीं आजकल। <br>
जुगनुओं की- <br>
निकलने लगीं, <br>