भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
सम्यक जी! साँचा:KKGlobalMessage में २४००० के स्थान पर २५००० कर दीजिए। सादर --[[धर्मेन्द्र कुमार सिंह]]
सम्यक जी! मेरी पूरी कोशिश रहती है कि मैं रंगीन चित्र ही अपलोड़ करूँ। जहाँ ऐसे चित्र नहीं मिल पाते वहाँ मजबूरी में श्वेत-श्याम चित्र अपलोड़ करने पड़ते हैं। अगर मुझे कभी भी इन संग्रहों के नये चित्र मिल गये तो मैं उन्हें बदल दूँगा। एक बात आप से पूछनी थी कि पुराने चित्रों को नये चित्रों से बदलते कैसे हैं। अपने लागिन से मैं पुराने चित्रों को हटा नहीं पा रहा हूँ। सादर--[[धर्मेन्द्र कुमार सिंह]]