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Kavita Kosh से
|रचनाकार=लुई आरागों
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ओ फूलों के खिलने के मौसम ओ मौसम रूपान्तरण के
और तुम्हारे वापसी के गुलदस्ते के गुलाब कोमल
आगज़नी का रंग दूर और ऑंजू के गुलाब।
ल क्रेव कअर (युध्द की कविताएं)1941 से
'''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी
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