गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
ज़ुल्फ़ें सीना नाफ़ कमर / जाँ निसार अख़्तर
737 bytes added
,
15:33, 13 जनवरी 2010
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=जाँ निसार अख़्तर |संग्रह=जाँ निसार अख़्तर-एक जव…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=जाँ निसार अख़्तर
|संग्रह=जाँ निसार अख़्तर-एक जवान मौत / जाँ निसार अख़्तर
}}
{{KKCatGhazal}}
<poem>
ज़ुल्फ़ें सीना नाफ़ कमर
एक नदी में कितने भंवर
लाख तरह से नाम तेरा
बैठा लिक्खूँ कागज़ पर
रात के पीछे रात चले
ख़्वाब हुआ हर ख़्वाब-ए-सहर
कितना मुश्किल कितना कठिन
जीने से जीने का हुनर
</poem>
Shrddha
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits