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|रचनाकार=जगन्नाथदास 'रत्नाकर'|संग्रह=उद्धव-शतक / जगन्नाथदास 'रत्नाकर'
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पाँचौ तत्व माहिं एक तत्व ही की सत्ता सत्य,