}}
<poem>तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी.,
मिलन होसी के न होसी,
न करिये माण वतनां दा,
असीं हाँ लाल परदेसी,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,
अधी राती दुपट्टा रंगया,
न माही आया न किली टंगया,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,
अधी राती पकन केले,
विच्छ्डयाँ नूं रब आप सेले,
तू सच सच आख वे जोगी,
सजन मिलसी के न मिलसी,
मिलन होसी के न होसी,
अधी राती पकन आडू , वगण नदियाँ तरण तारु , तू सच सच आख वे जोगी , सजन मिलसी के न मिलसी ,
मिलन होसी के न होसी,
अधी राती चमकण तारे,
जुदाई वाले तीर सानुं किस मारे,
न तुसां मारे न असां मारे,
मारण वाला प्रभु आप जाणे,
अधी राती चमकण तारे जुदाई वाले तीर सानुं किस मारे न तुसां मारे न असां मारे मारण वाला प्रभु आप जाणे तू सच सच आख वे जोगी , सजन मिलसी के न मिलसी ,
मिलन होसी के न होसी,</poem>