Changes

रतन / जब तुम ही चले परदेस

861 bytes added, 19:37, 21 फ़रवरी 2010
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKFilmSongCategories |वर्ग=अन्य गीत }} {{KKFilmRachna |रचनाकार=?? }} <poem> जब तुम ही चले परद…
{{KKGlobal}}
{{KKFilmSongCategories
|वर्ग=अन्य गीत
}}
{{KKFilmRachna
|रचनाकार=??
}}
<poem>
जब तुम ही चले परदेस, लगा कर ठेस ओ प्रीतम प्यारा!
दुनिया में कौन हमारा?

जब बादल घिर-घिर आएंगे, बीते दिन याद दिलाएंगे।
फिर तुम्हीं कहो कित जाए, नसीबों का मारा?
दुनिया में कौन हमारा?

आँखों से पानी बहता है, दिल रो-रो कर यह कहता है।
जब तुम ही ने साजन, हम से किया किनारा।।
दुनिया में कौन हमारा?
</poem>
Delete, Mover, Uploader
894
edits