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वहाँ कौन है तेरा, मुसाफ़िर, जाएगा कहाँ / शैलेन्द्र
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05:12, 28 फ़रवरी 2010
प्यार की वो मुलाकातें
हो जाएगा
सब
दूर
घोर
अन्धेरा, मुसाफ़िर ! जाएगा कहाँ ?
कोई भी तेरी राह न देखे
नैना
नैन
बिछाए न कोई
दर्द से तेरे कोई न तड़पा
कहते हैं ज्ञानी
--
,
दुनिया है फ़ानी
पानी पे लिखी लिखाई
Sandeep Sethi
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