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[[category: ग़ज़ल]]
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अगर यों ही ये दिल सताता रहेगा
तो इक दिन मेरा जी ही जाता रहेगा
अगर यों ही ये मैं जाता हूँ दिल सताता रहेगा <br>को तेरे पास छोड़े तो इक दिन मेरा जी ही जाता मेरी याद तुझको दिलाता रहेगा<br><br>
मैं जाता हूँ गली से तेरी दिल को तेरे पास छोड़े <br>ले तो चला हूँ मेरी याद तुझको दिलाता मैं पहुँचूँगा जब तक ये आता रहेगा <br><br>
गली से तेरी दिल को ले तो चला हूँ क़फ़स<brref>पिंज़रा</ref> में कोई तुम से ऐ हम-सफ़ीरों मैं पहुँचूँगा जब तक ये आता ख़बर कल की हमको सुनाता रहेगा <br><br>
क़फ़स में कोई तुम से ऐ हम-सफ़ीरों <br>ख़बर कल की हमको सुनाता रहेगा <br><br> ख़फ़ा हो कि ऐ "दर्द" मर तो चला तू <br>कहाँ तक ग़म अपना छुपाता रहेगा <br><br/poem>{{KKMeaning}}