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[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>वो फ़िराक़ <ref>वियोग</ref> और वो विसाल कहाँ <brref>मिलन</ref> कहाँ वो शब-ओ-रोज़-ओ-माह-ओ-साल कहाँ <brref>रात, दिन, महीने, साल<br/ref>कहाँ
फ़ुर्सत-ए-कारोबार-ए-शौक़ किसे <br>ज़ौक़जौक़-ए-नज़ारानज़्ज़ारा-ए-जमाल कहाँ <brref>सौंदर्य देखने की इच्छा<br/ref>कहाँ
दिल तो दिल वो दिमाग़ भी न रहा <br>शोर-ए-सौदा-ए-ख़तख़त्त-ओ-ख़ाल कहाँ <brref>रूप-रेखा का सामान<br/ref>कहाँ
थी वो इक शख्स के तसव्वुर से <br>अब वो रानाई-ए-ख़याल कहाँ <brref>सौंदर्य विचार<br/ref>कहाँ
ऐसा आसाँ आसां नहीं लहू रोना <br>दिल में ताक़त जिगर में हाल कहाँ <brref>मस्ती<br/ref>कहाँ
हमसे छूटा क़िमारख़ाना-ए-इश्क़ <brref>प्रेम का जुआखाना</ref>वाँ वां जो जायेँ जावें, गिरह में माल कहाँ <brref>जेब<br/ref>में माल कहाँ
फ़िक्र-ए-दुनिया में सर खपाता हूँ <br>मैं कहाँ और ये वबाल कहाँ <brref>झंझट<br/ref>कहाँ