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Kavita Kosh से
रुख़्सत-ए-नाला<ref>रोने की अनुमति</ref> मुझे दे कि मुबादा<ref>ऐसो ना हो</ref> ज़ालिम
तेरे चेहरे से हो ज़ाहिर ग़म-ए-पिनहां<ref>छिपा हुआ दुःख</ref> मेरा
'''--बाकी ग़ज़ल जो छापी नहीं गई है---'''
ख़लवत<ref>एकांत</ref>-ए आबिला-ए-पा<ref>घायल पैर</ref> में है जौलां<ref>दौड़ता हुआ</ref> मेरा