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06:51, 25 अप्रैल 2010 हर मोड़ पर<br />
हर चौराहे पर<br />
मिलता है वह पुलिस वाला<br />
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मैंने उसके बच्चों की कल्पना की है<br />
जिनका खयाल कर वह<br />
लोगों को 'ओए' कहकर बुलाता है<br />
दो-चार रूपये ऐंठता है<br />
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फिर रात को शर्म पीता है<br />
शराब की बोतलों में<br />
और गरजता है<br />
'सालों' और चूतियों के विरूद्ध.<br />
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