भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

मित्र / सौमित्र सक्सेना

3 bytes added, 19:53, 30 अगस्त 2010
 
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
मुझे समुद्र के पानी से मुँह धोने का बहुत मन होता है ।
ऐसी इच्छा होती है कि
देर तक नमक के थपेडों थपेड़ों सेचेहरे को सेंकता रहूँ।रहूँ ।
मुझे लगता है जैसे
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,749
edits