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शहरों में / देवेन्द्र कुमार
Kavita Kosh से
बिजुलियाँ लुटाती
हीरे-मोती
बाँहों में
बर्फ़ की नदी सोती।
शहरों में
और सभी
होता है, सिर्फ़ —
एक चाँदनी
नहीं होती।