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सत्य सदविचार दे हे मइया शारदे / जयराम दरवेशपुरी
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मइया शारदे!
हे मइया शारदे!
तोहरे शरणागत ही
अइसन सौभाग्य दे
जन के काम आ सकियइ
अइसन हम्मर भाग्य दे
रूके न´ कलम कभी
अइसन अनुपम उपहार दे
मइया शारदे!
हे मइया शारदे!
दिव्य ज्ञान से जगमग
जन हित ले भोर दे
मानव मंदिर में आ
अद्भुत इंजोर दे
हे हंसवाहिनी हिम में
सत्य सद्विचार दे
मइया शारदे!
हे मइया शारदे!
ओझराल मन के तू
तार-तार झंकार दे
विद्या के देवी तू
तान-सुर-लय सिंगार दे
जन कल्याणी जग में
ज्ञान के संचार दे
मइया शारदे!
हे मइया शारदे!