भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
जयराम दरवेशपुरी
Kavita Kosh से
जयराम दरवेशपुरी
© कॉपीराइट: जयराम दरवेशपुरी। कविता कोश के पास संकलन की अनुमति है। इन रचनाओं का प्रयोग जयराम दरवेशपुरी की अनुमति के बिना कहीं नहीं किया जा सकता।
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | |
---|---|
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
जयराम दरवेशपुरी / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- अमृत ढ़ार दे गे मइया शारदे! / जयराम दरवेशपुरी
- सत्य सदविचार दे हे मइया शारदे / जयराम दरवेशपुरी
- गाँव नगरिया में सगरे अन्हरिया / जयराम दरवेशपुरी
- आरत-भारत भ्रमित हो रहल / जयराम दरवेशपुरी
- नयकी जोजना में गदहा सब / जयराम दरवेशपुरी
- अंग-अंग पर अनंग के राज / जयराम दरवेशपुरी
- सौगंध दे रहल शहीद सब मजार से / जयराम दरवेशपुरी
- कलम बोलऽ हई / जयराम दरवेशपुरी
- केतना होवे है तबाही / जयराम दरवेशपुरी
- ताखा पर धर देलक अकल के तिजोरिया / जयराम दरवेशपुरी
- खोजूँ नित अखिया पसार / जयराम दरवेशपुरी
- तीरथ करे बाहर न जइबई / जयराम दरवेशपुरी
- आवइत रहऽ / जयराम दरवेशपुरी
- अखबारी भाषण / जयराम दरवेशपुरी
- न´ कोय न´ / जयराम दरवेशपुरी
- मत अइहा गांधी बाबा / जयराम दरवेशपुरी
- हइरत लगऽ हे तोरा चाल पर / जयराम दरवेशपुरी
- दान न गलतो / जयराम दरवेशपुरी
- दीदा धो-धो बइठल लड़का के बाप हे / जयराम दरवेशपुरी
- ससुररिया के हाल हम की कहियउ / जयराम दरवेशपुरी
- सजनवा बहुरि के आवऽ न! / जयराम दरवेशपुरी
- कउन उलका उगल / जयराम दरवेशपुरी
- असरे आषाढ़ बीतल / जयराम दरवेशपुरी
- हम्मर नालंदा हे गौरवशाली / जयराम दरवेशपुरी
- लुटरेवन के बरियाती अइलउ / जयराम दरवेशपुरी
- उछल के धरऽ गियारी हो / जयराम दरवेशपुरी
- बगुला मारे डंड बैठकी / जयराम दरवेशपुरी
- मरम न जानलूं जुआनी के / जयराम दरवेशपुरी
- साल भर पर ऋतुराज आवे / जयराम दरवेशपुरी
- उतर रहल हे सबके पानी / जयराम दरवेशपुरी
- फन फइलइले रात हे / जयराम दरवेशपुरी
- तोहरे दंह पसेना रांगल / जयराम दरवेशपुरी
- उठऽ उठऽ हो किसान / जयराम दरवेशपुरी
- रिमझिम बरसे लगलई / जयराम दरवेशपुरी
- कत्ते निठुर बुढ़िया मलकिनियाँ / जयराम दरवेशपुरी
- अब न सहब जुलुम जोर / जयराम दरवेशपुरी
- तोड़ऽ भईया हारल गारल / जयराम दरवेशपुरी
- तीनतसिया / जयराम दरवेशपुरी
- सब ले इंसाफ हो / जयराम दरवेशपुरी
- शीतलहर के धात हे / जयराम दरवेशपुरी
- हम रहे वला ही गाँव के / जयराम दरवेशपुरी
- धरती के निहोरा / जयराम दरवेशपुरी
- दम हे घुटल किसानी के / जयराम दरवेशपुरी
- केतना फागुन बीत गेलइ / जयराम दरवेशपुरी
- जंगल-जंगल होल अमंगल / जयराम दरवेशपुरी
- मन भर न´् रोटी खयलूं / जयराम दरवेशपुरी
- लोरे घोंट पीय ऽ ही / जयराम दरवेशपुरी
- गोवाह न मिलतो / जयराम दरवेशपुरी
- पहचानऽ ई खून के कीमत / जयराम दरवेशपुरी
- तनवा जब सब / जयराम दरवेशपुरी
- सब बिलाड़ हन देश के रक्षक / जयराम दरवेशपुरी
- डिगा रहल हे पांव / जयराम दरवेशपुरी
- अंतड़ी के आग जरइ / जयराम दरवेशपुरी
- बगदल बसंत आज / जयराम दरवेशपुरी
- दाव बत्तीसा जानऽ ही / जयराम दरवेशपुरी
- लड़-लड़ के फरिया लेबो / जयराम दरवेशपुरी
- घेरले आंधर जाल हे / जयराम दरवेशपुरी
- नस-नस बारूद पल रहले हे / जयराम दरवेशपुरी
- उतरल अगहन के महिनमा / जयराम दरवेशपुरी
- निरवन करबइ कांटा-कूसा / जयराम दरवेशपुरी
- हम हियइ गत्तर किसान / जयराम दरवेशपुरी
- मंजिल थोड़के दूर / जयराम दरवेशपुरी
- हम हियई मजदूर-किसान / जयराम दरवेशपुरी
- रचि-रचि धरतिया / जयराम दरवेशपुरी
- हम हसुआ धार / जयराम दरवेशपुरी
- इन्नर बाबा दरस बरसऽ / जयराम दरवेशपुरी
- चलऽ ने बधरिया / जयराम दरवेशपुरी
- हमनी के अँखिया अंगार / जयराम दरवेशपुरी
- मिललइ जुलुम के जोर / जयराम दरवेशपुरी
- हम ही देश के किसान / जयराम दरवेशपुरी
- ढ़ाह-ढूह देबउ किला के / जयराम दरवेशपुरी
- जाली नोट / जयराम दरवेशपुरी
- करम के चक्का जारी हे / जयराम दरवेशपुरी
- धरती पर उतरलइ / जयराम दरवेशपुरी
- लाना नया बिहान हे / जयराम दरवेशपुरी
- अकबक समइया / जयराम दरवेशपुरी
- संदिरिया के कइसे / जयराम दरवेशपुरी
- हम्मर मगही मइया / जयराम दरवेशपुरी
- निवासी हिन्दुस्तान के / जयराम दरवेशपुरी
- तू हमरा उकसावऽ हऽ / जयराम दरवेशपुरी
- हमर पसेना के रांगल / जयराम दरवेशपुरी
- धान रोपइ रोपनी / जयराम दरवेशपुरी
- तिल के ताड़ बनावऽ हऽ / जयराम दरवेशपुरी
- कल मिलबो विकराल बनल / जयराम दरवेशपुरी
- रिमझिम बरस लगलइ न / जयराम दरवेशपुरी
- मारा के गलवात रे / जयराम दरवेशपुरी
- आग जी में लगल हे / जयराम दरवेशपुरी
- अप्पन राज बचाइ ले / जयराम दरवेशपुरी
- सुलगावऽ बोरसी के अगिया / जयराम दरवेशपुरी
- दुख देलें वखरा / जयराम दरवेशपुरी
- राँगल नयका बिहान / जयराम दरवेशपुरी
- दरद से आमुल / जयराम दरवेशपुरी
- नयकी दुनिया लावऽ / जयराम दरवेशपुरी
- कइसे होत किसानी रे! / जयराम दरवेशपुरी
- सिसकऽ हई खेतवा बधार / जयराम दरवेशपुरी
- अबरी सब घिसिया दा / जयराम दरवेशपुरी
- उठ रहल पर्दा / जयराम दरवेशपुरी
- समाजवाद अइतई / जयराम दरवेशपुरी
- घुज्ज अन्धरिया ला देला / जयराम दरवेशपुरी
- हँसुआ हम्मर गुमान / जयराम दरवेशपुरी
- बड़ काटलक जोंक चमोकन / जयराम दरवेशपुरी
- जिया के सपनमां / जयराम दरवेशपुरी
- बरसइ हे मेघ रे! / जयराम दरवेशपुरी
- तोहरा ले जम हियई / जयराम दरवेशपुरी
- खोजऽ सही उपाय / जयराम दरवेशपुरी
- खइला से खइला / जयराम दरवेशपुरी
- टुटि गेला धिरजा मोर / जयराम दरवेशपुरी
- कलियुग सेयान हो गेलइ / जयराम दरवेशपुरी
- आँख खोल के देखऽ / जयराम दरवेशपुरी
- ई अन्हार में हेलऽ दा? / जयराम दरवेशपुरी
- दुर्दिन के बादर घिरलई / जयराम दरवेशपुरी
- कैंटी पड़ल हई / जयराम दरवेशपुरी