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समाजवाद अइतई / जयराम दरवेशपुरी
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चुप रहऽ बउआ समाजवाद अइतइ
बाऊ के ताल फेटा कौमरेड कहइतइ
खून अउ पसेना बड़ दिन बहइलूं
बहिया बैल बनल बनल ढेर दिन कमइलूं
हकमारी होतइ न´ सब खटतइ खइतइ
सबके माथे छपरी होतइ इंजोरा
शोषण के गठरी में लगतइ इंगोर
क्षमता भर खटतइ सब जरूरत भर पइतइ
अभी सब बिलार बनल दूध के अगोर
लूटपाट मचल हइ अपनइं झिकझोरा
जाके शौचालय में मुँहमा छुपइतइ
नेता सब नाकट हउ अफसर हउ बहिरा
सब के नचाबऽ अगड़धत्त बनरा
एक मति होलइ गन सुरधाम पठइतर।