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कलियुग सेयान हो गेलइ / जयराम दरवेशपुरी
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जुग्गन से जन-जन घायल होबइत अइलइ
केकरो न´ कहियो कोय काम अइलइ
रंगो बदललइ कुल ढंगो बदललइ
फैसन में नया-नया कटिंगो बदललइ
सब गारत करइत नया इसटाइल अइलइ
सीता बदलली सावित्री बदलली
गीता के उपदेश गायत्री बदलली
स्वीटी आउ किटी सन नाम अब अइलइ
टीचर बदललइ फ्यूचर बदललइ
चोरो उचक्का फटीचर बदललइ
लेशन अउ फैशन अब सफारी अइलइ
नामो बदललइ अउ कामो बदललइ
कृष्णा बदललइ रामो बदललइ
अमृत के बदले जाम अब अइलइ
बुढ़वो बदललइ जुअनको बदललइ
बुतरू तऽ बुतरू सेयन को बदललइ
कलियुग के नयका बिहान अब अइलइ
सासू बदललइ पुतहियो बदललइ
भभू अउ भैंसुर के नाता बदललइ
लगऽ हइ कलियुग सेयान होइ गेलइ।