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मेरा घर-आँगन / भारतेन्दु मिश्र
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03:18, 5 जुलाई 2011
पच्छिम से कुछ ऐसे बादल आए हैं ।
इनमे
इनमें
पानी नही
सिर्फ तेज़ाब भरा है
रूप-रंग ये कैसा जीवन मे उतरा है
डा० जगदीश व्योम
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