भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"गाती है वह जो / नंदकिशोर आचार्य" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नंदकिशोर आचार्य |संग्रह=केवल एक प...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 16: | पंक्ति 16: | ||
उसे आवाज़ देती हुई । | उसे आवाज़ देती हुई । | ||
— | — | ||
− | + | 25 अगस्त 2009 | |
</poem> | </poem> |
13:17, 1 दिसम्बर 2011 के समय का अवतरण
एक दुनिया है चिड़िया की
जिस में कहीं नहीं
हूँ मैं
गाती है वह जो
मुझ को नहीं
चुप को अपनी शक्ल देना है
उस की आवाज़ लेकिन
दुनिया है मेरी
उसे आवाज़ देती हुई ।
—
25 अगस्त 2009