{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=विमलेश त्रिपाठी
}}
{{KKPustak
|चित्र=Hum-bache-rahenge.jpg|नाम=हम बचे रहेंगे.
|रचनाकार=[[विमलेश त्रिपाठी]]
|प्रकाशक=नई क़िताब- दिल्ली- 110009
|शैली=--
|पृष्ठ= 112
|ISBN=978-81-908197-5-6
|विविध=--
}}
* [[वैसे ही आऊँगा / विमलेश त्रिपाठी]]
* [[हिचकी / विमलेश त्रिपाठी]]
* [[सपना / विमलेश त्रिपाठी]]
* [[हम बचे रहेंगे / विमलेश त्रिपाठी]]
* [[हम बचे रहेंगे-2 / विमलेश त्रिपाठी]]
* [[शब्द जो साथ नहीं चलते / विमलेश त्रिपाठी]]
* [[बूढ़े इन्तज़ार नहीं करते / विमलेश त्रिपाठी]]
* [[जब कुछ भी शेष नहीं रहता सोचने को / विमलेश त्रिपाठी]]
* [[सच तो यह है / विमलेश त्रिपाठी]]
* [[ग़नीमत है अनग्रराहित अनगराहित भाई / विमलेश त्रिपाठी]]
* [[समय है न पिता / विमलेश त्रिपाठी]]
* [[कुम्हार का चाक भूख भैरवी और एक प्रश्न / विमलेश त्रिपाठी]]