भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

दूहा / जोगेश्वर गर्ग

41 bytes removed, 05:45, 16 अक्टूबर 2013
|संग्रह=
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]{{KKCatRajasthaniRachna}}{{KKCatKavita‎}}<poem>सावण आयो सायबा, दूर देश मत जाय !तन भीज्यो बरसात में, मन में लागी लाय !!सावण घणो सुहावणो, हरियो भरियो रूप !निरखूं म्हारो सायबो, सावण घणो कुरूप !!साजन उभा सामने, निरखे धण रो रूप !बादलियाँ रे बीच में, मधुरी मधुरी धूप !!</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,132
edits