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"आज / मदन गोपाल लढ़ा" के अवतरणों में अंतर

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डर भूत सूं
 
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अबै हांसणो का रोवणो
 
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09:41, 17 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

डर भूत सूं
का पछै भूत हुवणै सूं
आज रा नगाड़ा बाजै
आखै जग में

आली माटी सूं
घरमाटिया मांडतै टाबर रो
हरख-उछब
आज है,
अतीत रा ढूंढ़ा
अर भविस रा म्हैल-माळिया
पीड़ रा परनाळा।

अबै हांसणो का रोवणो
आपरै सारू है।