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निमत / कन्हैया लाल सेठिया

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रातबगत डामर री सड़कसिकन्दरजकी ठेठबगतजावैपोरससूरज न कोई जीत्योन कोई हार्योबै तो हादो संसकिरत्यां रै गांव मिलण रानिमत जुद्ध‘र रमतसारीसी दोन्यां री गत !
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