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"आओ आओ यशोदा के लाल / भजन" के अवतरणों में अंतर

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<poem>आओ आओ यशोदा के लाल .
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आज मोहे दरशन से कर दो निहाल .
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आओ आओ यशोदा के लाल
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आज मोहे दरशन से कर दो निहाल
 
आओ आओ,
 
आओ आओ,
आओ आओ यशोदा के लाल ..
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आओ आओ यशोदा के लाल
  
नैया हमारी भंवर मे फंसी .
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नैया हमारी भंवर मे फंसी
कब से अड़ी उबारो हरि .
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कब से अड़ी उबारो हरि
कहते हैं दीनों के तुम हो दयाल .( २)
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कहते हैं दीनों के तुम हो दयाल
 
आओ आओ,
 
आओ आओ,
आओ आओ यशोदा के लाल ..
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आओ आओ यशोदा के लाल
  
अबतो सुनलो पुकार मेरे जीवन आधार .
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अब तो सुनलो पुकार मेरे जीवन आधार
भवसागर है अति विशाल .
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भवसागर है अति विशाल
लाखों को तारा है तुमने गोपाल .( २)
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लाखों को तारा है तुमने गोपाल
आओ आओ,
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आओ आओ
आओ आओ यशोदा के लाल ..
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आओ आओ यशोदा के लाल
  
यमुना के तट पर गौवें चराकर .
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यमुना के तट पर गौवें चराकर
छीन लिया मेरा मन मुरली बजाकर .
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छीन लिया मेरा मन मुरली बजाकर
हृदय हमारे बसो नन्दलाल . ( २)
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हृदय हमारे बसो नन्दलाल
आओ आओ,
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आओ आओ
आओ आओ यशोदा के लाल ..
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आओ आओ यशोदा के लाल
 
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12:04, 21 अप्रैल 2014 के समय का अवतरण

आओ आओ यशोदा के लाल
आज मोहे दरशन से कर दो निहाल
आओ आओ,
आओ आओ यशोदा के लाल

नैया हमारी भंवर मे फंसी
कब से अड़ी उबारो हरि
कहते हैं दीनों के तुम हो दयाल
आओ आओ,
आओ आओ यशोदा के लाल

अब तो सुनलो पुकार मेरे जीवन आधार
भवसागर है अति विशाल
लाखों को तारा है तुमने गोपाल
आओ आओ
आओ आओ यशोदा के लाल

यमुना के तट पर गौवें चराकर
छीन लिया मेरा मन मुरली बजाकर
हृदय हमारे बसो नन्दलाल
आओ आओ
आओ आओ यशोदा के लाल