{{KKParichay
|चित्र=
|नाम=दासभिखारीदास |उपनाम=दास|जन्म= 1700|जन्मस्थान= टयोंगा, प्रतापगढ, उत्तर प्रदेश |मृत्यु=1760|कृतियाँ= रस-सारांश, शृंगार-निर्णय
|विविध=रीतिकाल के कवि
|सम्पर्क=
|जीवनी=[[दास / परिचय]]
|अंग्रेज़ी नाम=Das, Daas, bhikhari
}}
{{KKCatUttarPradesh}}
====प्रतिनिधि रचनाएँ====
* [[बादि छवो रस व्यँजन खाइबो बादि नवो रस मिश्रित गाइबो / दास]]
* [[लेहु जु लाई हौँ गेह तिहारे परे जेहि नेह सँदेस खरे मैँ / दास]]
* [[धूरि चढ़ै नभ पौन प्रसँग तें कीच भई जल संगति पाई / दास]]
* [[झाँझरियाँ झनकैगीँ खरी खनकैगीँ चुरी तन को तन तोरे / दास]]
* [[बार अंध्यारनि मैँ भटक्यो हौँ / दास]]* [[बात चलै की चली जबतेँ तबतेँ चले काम के तीर हजारन / दास]]* [[वाही घरी तें न सान रहै / दास]]* [[नैनन को तरसैए कहाँ लौं / दास]]* [[ऊधो!तहाँई चलि लै हमें / दास]]* [[कढिकै निसंक पैठि जाती झुंड झुंडन में / दास]]* [[अब तो बिहारी के वे बानक गए री / दास]]* [[अँखियाँ हमारी दई मारी सुधि बुधि हारी / दास]]