भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"गंधर्व कवि पं. नन्दलाल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) |
|||
पंक्ति 3: | पंक्ति 3: | ||
|चित्र=Gandharva-kavi-pt-nandlal.jpeg | |चित्र=Gandharva-kavi-pt-nandlal.jpeg | ||
|नाम=गंधर्व कवि पं. नन्दलाल | |नाम=गंधर्व कवि पं. नन्दलाल | ||
− | |उपनाम= | + | |उपनाम=नन्दू |
− | |जन्म= | + | |जन्म=29 अक्टूबर, 1913 |
− | |जन्मस्थान= | + | |जन्मस्थान=पात्थरआळी, भिवानी, हरियाणा |
− | |मृत्यु= | + | |मृत्यु=27 अक्टूबर, 1963 |
|कृतियाँ= | |कृतियाँ= | ||
− | |विविध= | + | |विविध=सन 1960 मे हरियाणा-पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री प्रताप सिंह कैरव द्वारा राजधानी चंडीगढ़ मे 35 लोककवियों के एक सम्मलेन में प्रथम पुरस्कार के रूप मे 1100/- रुपये की राशि प्रदान की और इस सम्मेलन के प्रथम पुरस्कार विजेता की घोषणा एक अख़बार के माध्यम से की थी | |
|जीवनी=[[गंधर्व कवि पं. नन्दलाल / परिचय]] | |जीवनी=[[गंधर्व कवि पं. नन्दलाल / परिचय]] | ||
|अंग्रेज़ीनाम=Gandharva Kavi Pt. Nandlal | |अंग्रेज़ीनाम=Gandharva Kavi Pt. Nandlal | ||
पंक्ति 18: | पंक्ति 18: | ||
{{KKCatHariyana}} | {{KKCatHariyana}} | ||
====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ==== | ====कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ==== | ||
+ | * [[कहूँ जन्म कथा भगवान की, सर्व संकट हरणे वाली / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[गुलिस्तान की छवि कहैं, क्या ऐसा आलीशान बण्या / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[क्यों फिरै भरमति सुरति / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[मर्दा बिन लुगाई सुन्नी, घर सुन्ना बिन बीर / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[सुख चाह्वै जीवन का बंदे उस मालिक का नाम ले / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[पाटी जा रही भूजा आपकी, कज़ा सम समझ ध्वजा आपकी / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[उपदेशक दौड़ - विराट पर्व / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[विनय हमारी सुन त्रिपुरारी शिव शंकर भगवान / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[जुए कैसा खेल नहीं, जै हार ना हो तो / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[अन्धे माणस कै लेखै, रहता है सदा अंधेरा / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[के रसना रूकगी, बोल्या ना जाता री / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[पुत्र जन्मया बंटी बधाई, बाटण लागे चाव मिठाई / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[बगीचे मं घूम रही, सखियों की टोळी रै / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[या दुख पावै थारी नार सति हो , हो रही सै मेरी बुरी गति हो / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] | ||
+ | * [[मिलके गल काटण आले का, हाँ भरकै नाटण आले का / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]] |
22:44, 7 जुलाई 2018 का अवतरण
गंधर्व कवि पं. नन्दलाल
जन्म | 29 अक्टूबर, 1913 |
---|---|
निधन | 27 अक्टूबर, 1963 |
उपनाम | नन्दू |
जन्म स्थान | पात्थरआळी, भिवानी, हरियाणा |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
सन 1960 मे हरियाणा-पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री प्रताप सिंह कैरव द्वारा राजधानी चंडीगढ़ मे 35 लोककवियों के एक सम्मलेन में प्रथम पुरस्कार के रूप मे 1100/- रुपये की राशि प्रदान की और इस सम्मेलन के प्रथम पुरस्कार विजेता की घोषणा एक अख़बार के माध्यम से की थी | |
जीवन परिचय | |
गंधर्व कवि पं. नन्दलाल / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- कहूँ जन्म कथा भगवान की, सर्व संकट हरणे वाली / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- गुलिस्तान की छवि कहैं, क्या ऐसा आलीशान बण्या / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- क्यों फिरै भरमति सुरति / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- मर्दा बिन लुगाई सुन्नी, घर सुन्ना बिन बीर / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- सुख चाह्वै जीवन का बंदे उस मालिक का नाम ले / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- पाटी जा रही भूजा आपकी, कज़ा सम समझ ध्वजा आपकी / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- उपदेशक दौड़ - विराट पर्व / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- विनय हमारी सुन त्रिपुरारी शिव शंकर भगवान / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- जुए कैसा खेल नहीं, जै हार ना हो तो / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- अन्धे माणस कै लेखै, रहता है सदा अंधेरा / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- के रसना रूकगी, बोल्या ना जाता री / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- पुत्र जन्मया बंटी बधाई, बाटण लागे चाव मिठाई / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- बगीचे मं घूम रही, सखियों की टोळी रै / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- या दुख पावै थारी नार सति हो , हो रही सै मेरी बुरी गति हो / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल
- मिलके गल काटण आले का, हाँ भरकै नाटण आले का / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल