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बहुत सावधानी से खेनी होगी नाव
क्योंकि ठाठबाट में ठाठ-बाट से सजग हो बैठे हैं घड़ियाल
कविता में अगर कहानी छुपी हुई है
तो उसे झट से निगल जायेगा जाएगा सीरियल । '''मूल बांग्ला से अनुवाद : जयश्री पुरवार'''
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