Changes

बारी-बारी से इन सालों में बीते अन्धेरे को धुनता हूँ
ये गुज़रे साल कुछ तो कहेंगे, बतलाएँगे बदलाव की बात
वर्षा, धरती औ’ प्रेम सहित सबका बदल जाएगा रे ये गात !  
1923
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,340
edits