भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"एक अहसास / सुरजीत पातर" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
('{{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=सुरजीत पातर |संग्रह= }} [[Category:पंजा...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
[[Category:पंजाबी भाषा]] | [[Category:पंजाबी भाषा]] | ||
<Poem> | <Poem> | ||
− | |||
− | |||
इधर डूबता सूरज है | इधर डूबता सूरज है | ||
उधर झड़ते पत्ते हैं | उधर झड़ते पत्ते हैं | ||
पंक्ति 16: | पंक्ति 14: | ||
दर्पण क्यों लटका दिए | दर्पण क्यों लटका दिए | ||
− | अनुवाद: चमन लाल | + | '''पंजाबी से अनुवाद: चमन लाल''' |
</poem> | </poem> |
17:28, 12 मई 2024 का अवतरण
|
इधर डूबता सूरज है
उधर झड़ते पत्ते हैं
इधर विह्वल नदी है
उधर सूना पथ है
मेरे चारों ओर ये
दर्पण क्यों लटका दिए
पंजाबी से अनुवाद: चमन लाल