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"औरतें: छ / तुलसी रमण" के अवतरणों में अंतर
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00:06, 20 फ़रवरी 2009 के समय का अवतरण
नींद सोयी लोमड़ी को
एक रात दबा लेता
माघ : एक बाघ
सुबह तक आधी बर्फ़ में
डूब जातीं औरतें
और आधी छिप जातीं
घास-पत्ती के बोझ में
जब से आता रहा माघ
डूबती रही औरतें
जुलाई 1998