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koi pahad
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कोई  पहाड़
sangeen ki nok se bada nahi hai .bhi
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संगीन  की  नोक  से  बड़ा  नहीं  है .  
aur koi aankh
+
और  कोई आँख 
chhoti nahi hai samudra se
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छोटी  नहीं है समुद्र  से
yah kewal hamari pratikshaon ka antar hai -
+
यह  केवल  हमारी  प्रतीक्षाओं  का  अंतर  है -  
jo kabhi
+
जो  कभी 
hame lohe ya kabhi lahron se jodta hai.
+
हमें  लोहे  या  कभी लहरों  से जोड़ता  है .

23:19, 11 अप्रैल 2010 के समय का अवतरण

कोई  पहाड़ 
संगीन  की  नोक  से  बड़ा  नहीं  है .   
और  कोई आँख  
छोटी  नहीं है समुद्र  से
यह  केवल  हमारी  प्रतीक्षाओं  का  अंतर  है - 
जो  कभी  
हमें  लोहे  या  कभी लहरों  से जोड़ता  है .