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पुल / अवतार एनगिल

9 bytes added, 05:17, 27 अप्रैल 2010
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पासदूरबहुत पास दूर
सुनाई दे रही
ख़ुश्बू की आहट
पास बहुत पास
भटकती है
गुलमोहरी कसक