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19:06, 13 जून 2010 के समय का अवतरण
नानी तू है कैसी नानी
नहीं सुनाती नई कहानी।
नानी बोली प्यारे नाती
नई कहानी मुझे न आती।
मेरे पास तो वही कहानी
एक था राजा एक थी रानी।
नई बातें कहाँ से लाऊँ
तेरा मन कैसे बहलाऊँ।
तुम जानो कम्प्यूटर बानी
तुम हो ज्ञानी के भी ज्ञानी।
मैं तो हूँ बस तेरी नानी।
तुम्हीं सुनाओ कोई कहानी।।