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"फूल-से दिन / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर

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गेंदे के फूल-से
 
गेंदे के फूल-से

09:51, 28 फ़रवरी 2008 के समय का अवतरण

गेंदे के फूल-से

फूले हैं दिन,

आओ तुम आओ तो

गुलाब भी खिलें,

बाहों से बाहों में एक हो मिलें,

मिलने के फूल-से

फूले हैं दिन ।


('पंख और पतवार' नामक कविता-संग्रह से)