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"काल थे खुद / सांवर दइया" के अवतरणों में अंतर

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<poem>आ गूंग थांरी
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आ गूंग थांरी
 
फोड़ा घालसी  
 
फोड़ा घालसी  
 
कदैई थांनै ई
 
कदैई थांनै ई

22:37, 25 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण

आ गूंग थांरी
फोड़ा घालसी
कदैई थांनै ई

मिनख नै मार-मार
मोदीजो भलांई मन में
पण
काल थे खुद
सोध-सोध हार जावोला
लाधैला नीं
मिनख रो जायो
कठैई थांनै !

थारै च्यारूंमेर
उछाळा मारै जिको हरख रो समंदर
देखतां-ई-देखतां
सूक जावैला आ कोनी मानो थे आज
पण परतख देखतां
काल थे खुद झुरोला
आं ई मिनखां खातर !