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तूं आग जगाई | तूं आग जगाई |
20:38, 18 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण
किणी मोटी दावत सूं
कम थोड़ी ही आ बात !
तूं आग जगाई
अर चा पीवण सारू
मारयो हेलो।
साची,
धुवैं ज्यूं उड जांवतो म्हारो थकेलो।