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"एक अदहन हमारे अन्दर / अभिज्ञात" के अवतरणों में अंतर
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+ | * [[आदमी बचा रहना चाहे तो / अभिज्ञात]] |
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एक अदहन हमारे अन्दर
रचनाकार | अभिज्ञात |
---|---|
प्रकाशक | नाद प्रकाशन, 2 महात्मा गांधी रोड, टीटागढ़, कोलकाता - 700119 |
वर्ष | 1990 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | कविता |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
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- फूटती हैं कोपलें / अभिज्ञात
- रेह में कल्ले / अभिज्ञात
- कविताएँ दाँत नहीं हैं / अभिज्ञात
- क्यों लगते हो अच्छे केदारनाथ सिंह? / अभिज्ञात
- एक अदहन हमारे अन्दर (कविता) / अभिज्ञात
- सच के पास आदमी नहीं है / अभिज्ञात
- विश्वस्त गवाही / अभिज्ञात
- अपने भी विरुद्ध / अभिज्ञात
- मैं ठूँठ नहीं होना चाहता / अभिज्ञात
- शिलालेख और आदमी / अभिज्ञात
- खुली छत / अभिज्ञात
- आदमी के मांस की गंध / अभिज्ञात
- मल्लाहनामा / अभिज्ञात
- स्नानागार की सभ्यता / अभिज्ञात
- आसमान की पीठ / अभिज्ञात
- तख़्तपरस्त की दृष्टि में लोकतंत्र / अभिज्ञात
- प्रार्थना करो / अभिज्ञात
- झाग बह नहीं पाती / अभिज्ञात
- हाथों के लिए / अभिज्ञात
- गांव की चिट्ठी / अभिज्ञात
- आदमी बचा रहना चाहे तो / अभिज्ञात