Last modified on 17 अक्टूबर 2007, at 22:18

"परिचय / झरना / जयशंकर प्रसाद" के अवतरणों में अंतर

(New page: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=जयशंकर प्रसाद }} उषा का प्राची में अभ्यास,<br> सरोरुह का ...)
 
छो
 
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 4 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 2: पंक्ति 2:
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
 
|रचनाकार=जयशंकर प्रसाद
 
|रचनाकार=जयशंकर प्रसाद
 +
|संग्रह=झरना / जयशंकर प्रसाद
 
}}  
 
}}  
  

22:18, 17 अक्टूबर 2007 के समय का अवतरण

उषा का प्राची में अभ्यास,
सरोरुह का सर बीच विकास॥
कौन परिचय? था क्या सम्बन्ध?
गगन मंडल में अरुण विलास॥

रहे रजनी मे कहाँ मिलिन्द?
सरोवर बीच खिला अरविन्द।
कौन परिचय? था क्या सम्बन्ध?
मधुर मधुमय मोहन मकरन्द॥

प्रफुल्लित मानस बीच सरोज,
मलय से अनिल चला कर खोज।
कौन परिचय? था क्या सम्बन्ध?
वही परिमल जो मिलता रोज॥

राग से अरुण घुला मकरन्द।
मिला परिमल से जो सानन्द।
वही परिचय, था वह सम्बन्ध
\'प्रेम का मेरा तेरा छन्द॥\'