Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
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| − | <poem>धिक्कार छै ई कठफोड़ी जूण नै | + | <poem> |
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ठक-ठक करतां ही खड जावे | ठक-ठक करतां ही खड जावे | ||
07:23, 12 फ़रवरी 2014 के समय का अवतरण
धिक्कार छै ई कठफोड़ी जूण नै
सारी उमर
ठक-ठक करतां ही खड जावे
पण
तोल ई न्ह पडे
आवाज ठूंठ में सूं आ रही छै
क चूंच म सूं ।