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मेरे घर से<br>
 
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11:25, 25 मई 2008 के समय का अवतरण

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»  फ़ासला

मेरे घर से
तेरे घर तक
दो कदमों का फासला भी नहीं

पर
मेरे दिल से
तेरे दिल तक
पूरा एक मरुस्थल है।