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"ये रात ये तन्हाई / मीना कुमारी" के अवतरणों में अंतर

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ये सन्नाटा
 
ये सन्नाटा
 
ये डूबते तारों की  
 
ये डूबते तारों की  
ख़ामोश ग़ज़ल खवानी
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ख़ामोश ग़ज़ल-कहानी
  
 
ये वक़्त की पलकों पर  
 
ये वक़्त की पलकों पर  
 
सोती हुई वीरानी
 
सोती हुई वीरानी
जज्बा़त-ऐ-मुहब्बत की
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जज़्बात-ऐ-मुहब्बत की
ये आखिरी अंगड़ाई  
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ये आख़िरी अंगड़ाई  
बजाती हुई हर जानिब  
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बजती हुई हर जानिब  
 
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ये मौत की शहनाई  
 
ये मौत की शहनाई  
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सब तुम को बुलाते हैं
 
सब तुम को बुलाते हैं
 
पल भर को तुम आ जाओ
 
पल भर को तुम आ जाओ

20:03, 23 जनवरी 2019 के समय का अवतरण

ये रात
ये तन्हाई
ये दिल के धड़कने की आवाज़
ये सन्नाटा
ये डूबते तारों की
ख़ामोश ग़ज़ल-कहानी

ये वक़्त की पलकों पर
सोती हुई वीरानी
जज़्बात-ऐ-मुहब्बत की
ये आख़िरी अंगड़ाई
बजती हुई हर जानिब
ये मौत की शहनाई

सब तुम को बुलाते हैं
पल भर को तुम आ जाओ
बंद होती मेरी आँखों में
मुहब्बत का
एक ख़्वाब सजा जाओ