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"गोडसे जी / कुमार मुकुल" के अवतरणों में अंतर
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करते हो ठिठोली | करते हो ठिठोली | ||
पहले छूते हो पांव | पहले छूते हो पांव | ||
− | फिर मारते हो | + | फिर मारते हो गोली |
+ | अदा है खूब लो यह | ||
अक्षत,चंदन, रोली। | अक्षत,चंदन, रोली। | ||
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13:01, 4 अक्टूबर 2019 के समय का अवतरण
काम हैं गब्बर से
और सूरत है भोली
गोडसे जी आप खूब
करते हो ठिठोली
पहले छूते हो पांव
फिर मारते हो गोली
अदा है खूब लो यह
अक्षत,चंदन, रोली।