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"मैंने उसको... / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर

 
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मैंने उसको
 
मैंने उसको
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जब-जब देखा,
 
जब-जब देखा,
 
लोहा देखा,
 
लोहा देखा,
लोहा जैसा--
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लोहे जैसा--
 
तपते देखा,
 
तपते देखा,
 
गलते देखा,
 
गलते देखा,

20:13, 8 मार्च 2021 के समय का अवतरण

मैंने उसको

जब-जब देखा,
लोहा देखा,
लोहे जैसा--
तपते देखा,
गलते देखा,
ढलते देखा,
मैंने उसको

गोली जैसा
चलते देखा!