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− | |कृतियाँ=पँखों वाला बछड़ा (1949) | + | |कृतियाँ=पँखों वाला बछड़ा (1949),नई कविताएँ (1951), फूलों की सरकार (1955), अन्धेरे में देखना (1962), बरबाद देश (1954), कालीचीलों का राजा (1988), शान्ति-वृक्षा खिला हुआ है (1965), श्वेत भेड़े से युद्ध (1965), शान्ता का परिवार, मेरे पिता (दोनों लम्बी कविताएँ) |
− | |विविध=पहली कविता 1946 में लिखी और 1949 में प्रकाशित इनके पहले कविता-संग्रह का नाम था — पँखों वाला बछड़ा। रघुवीर सहाय ने इनकी कविताओं के बड़े मार्मिक अनुवाद हिन्दी में किए हैं। | + | |विविध=पहली कविता 1946 में लिखी और 1949 में प्रकाशित इनके पहले कविता-संग्रह का नाम था — पँखों वाला बछड़ा। रघुवीर सहाय ने इनकी कविताओं के बड़े मार्मिक अनुवाद हिन्दी में किए हैं। कोशूता काव्य पुरस्कार। हंगरी के सबसे बड़े ’स्वर्ण माल्य’ साहित्यिक सम्मान से सम्मानित। हंगरी की प्रमुख साहित्यिक पत्रिका ’ऊई इराश’ के मुख्य सम्पादक रहे। ’सेपिरादोल्मी’ प्रकाशन गृह के प्रमुख सम्पादक रहे। |
|जीवनी=[[फ़ेरेन्स यूहास / परिचय]] | |जीवनी=[[फ़ेरेन्स यूहास / परिचय]] | ||
|अंग्रेज़ीनाम=Ferenc Juhász | |अंग्रेज़ीनाम=Ferenc Juhász |
20:43, 10 जनवरी 2022 के समय का अवतरण
फ़ेरेन्स यूहास
जन्म | 16 अगस्त 1928 |
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निधन | 02 दिसम्बर 2015 |
उपनाम | Ferenc Juhász |
जन्म स्थान | बीआ, हंगरी |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
पँखों वाला बछड़ा (1949),नई कविताएँ (1951), फूलों की सरकार (1955), अन्धेरे में देखना (1962), बरबाद देश (1954), कालीचीलों का राजा (1988), शान्ति-वृक्षा खिला हुआ है (1965), श्वेत भेड़े से युद्ध (1965), शान्ता का परिवार, मेरे पिता (दोनों लम्बी कविताएँ) | |
विविध | |
पहली कविता 1946 में लिखी और 1949 में प्रकाशित इनके पहले कविता-संग्रह का नाम था — पँखों वाला बछड़ा। रघुवीर सहाय ने इनकी कविताओं के बड़े मार्मिक अनुवाद हिन्दी में किए हैं। कोशूता काव्य पुरस्कार। हंगरी के सबसे बड़े ’स्वर्ण माल्य’ साहित्यिक सम्मान से सम्मानित। हंगरी की प्रमुख साहित्यिक पत्रिका ’ऊई इराश’ के मुख्य सम्पादक रहे। ’सेपिरादोल्मी’ प्रकाशन गृह के प्रमुख सम्पादक रहे। | |
जीवन परिचय | |
फ़ेरेन्स यूहास / परिचय |