Last modified on 12 जुलाई 2020, at 22:35

"दीपगीत / महादेवी वर्मा" के अवतरणों में अंतर

छो
 
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 2 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
+
{{KKPustak
|रचनाकार=महादेवी वर्मा
+
|चित्र=
|संग्रह=प्रथम आयाम / महादेवी वर्मा
+
|नाम=दीपगीत
 +
|रचनाकार=[[महादेवी वर्मा]]
 +
|प्रकाशक=
 +
|वर्ष=1983
 +
|भाषा=हिन्दी
 +
|विषय=कविता संग्रह  
 +
|शैली=
 +
|पृष्ठ=
 +
|ISBN=
 +
|विविध=
 
}}
 
}}
 
+
====इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ====
माटी से धरती ने दीप यह बनाया है,
+
* [[बाँच ली मैंने व्यथा / महादेवी वर्मा]]
 
+
* [[दीप मेरे / महादेवी वर्मा]]
तूल से बनाई फिर कोमल तन बाती है,
+
* [[बुझे दीपक जला लूँ / महादेवी वर्मा]]
 
+
* [[शेष कितनी रात ? / महादेवी वर्मा]]
तुमसे पा स्नेह-बूँद चेतना का सम्बल भी,
+
 
+
दूतिका तुम्हारी बन ज्योति झिलमिलाती है,
+
 
+
सागर से तम की चुनौती स्वीकार कर,
+
 
+
दीपशिखा रात को हराकर मुस्काती है,
+
 
+
शौर्य देख इसका अब सूरज तुम्हारा भी,
+
 
+
सौंप नित्य जाता इसे ज्वाला की थाती है।
+
 
+
 
+
''प्रथम आयाम नामक संकलन से''
+

22:35, 12 जुलाई 2020 के समय का अवतरण

दीपगीत
General Book.png
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार महादेवी वर्मा
प्रकाशक
वर्ष 1983
भाषा हिन्दी
विषय कविता संग्रह
विधा
पृष्ठ
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ