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"माई री! / मीराबाई" के अवतरणों में अंतर
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माई री! मैं तो लियो गोविंदो मोल। | माई री! मैं तो लियो गोविंदो मोल। | ||
14:14, 8 मई 2009 के समय का अवतरण
माई री! मैं तो लियो गोविंदो मोल।
कोई कहै छानै, कोई कहै छुपकै, लियो री बजंता ढोल।
कोई कहै मुहंघो, कोई कहै सुहंगो, लियो री तराजू तोल।
कोई कहै कारो, कोई कहै गोरो, लियो री अमोलिक मोल।
या ही कूं सब जाणत है, लियो री आँखी खोल।
मीरा कूं प्रभु दरसण दीज्यो, पूरब जनम को कोल।