भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"हाइकु / अनिता ललित" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCatHayku}} <poem> 1 नवजी...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKRachna
 
{{KKRachna
|रचनाकार=
+
|रचनाकार=अनिता ललित
 
|अनुवादक=
 
|अनुवादक=
 
|संग्रह=
 
|संग्रह=

16:17, 5 अगस्त 2014 का अवतरण

साँचा:KKCatHayku

1

नवजीवन
सृजन से वो पाती
माँ कहलाती!

2

बहना प्यारी,
स्नेह-धागे में सजी,
भाई कलाई!

3

विदा हो बेटी,
रोये घर आँगन,
कचोटे मन!

4

पूनम चाँद
यादें सौगात लाया
खो जाये दिल!

5

आज की रात,
केसरिया है चाँद ,
प्यारा सलोना!

6

जीवन धूप,
गुलमोहर छाँव
साथ तुम्हारा!

7

अमलतास,
जब बाहें फैलाये
धरा मुस्काये!

8

सूने दिल में ,
तुम खिलते हो, ज्यों
अमलतास!

9

यादों के रेले
उदासी के मेले में
कैसे मुस्कायें?

10

कैसी ये हवा
जो उड़ा दे, सुखाए
रिश्तों की नमी