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"माँ / अनिल कुमार सिंह" के अवतरणों में अंतर

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कि मैं गलत सोचता था।
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कि मैं ग़लत सोचता था।

09:56, 29 जून 2008 का अवतरण

माँ
एक भरी हुई थाली का नाम है
मैं सोचता था
जब मैं बहुत छोटा था

आज मैं बड़ा हो गया हूँ
और सोचता हूँ
कि मैं ग़लत सोचता था।